भागो भागो चीनी ,सियाचिन से, तिब्बत भी हमारा है ।।
धोखेबाज चीन तेरीअब ,एक नहीं चलने देंगे
याद रहे इतिहास हमारा, भूगोल नहीं बदलने देंगे ।।
तेरे मंसूबे अब चिथड़े चिथड़े हो जाएंगे
इंच इंच का होगा हिसाब दो दो हाथ भी हो जाएंगे ।।
भारत के फौलादी पंजों में ,गर्दन तेरी आई है
दूध छठी का याद कराने ,कसमें भारत ने खाई है ।।
बने चीन के सामानों का ,करता देश बहिष्कार है
देश की मिट्टी से बना ,खिलौना ही अब स्वीकार है।।
ऐसा प्रहार होगा तुम पर ,हाहाकार मच जाएगा
इसबार देख दुर्गति तुम्हारी ,कल आने वाला थर्राएगा।।
होली दिवाली अब अपनी ,छाती पर तेरी मनाएंगे
एटम बम और तोप तुम्हारे, धरे के धरे रह जाएंगे ।।
भारत माता की जय
@श्रीराम राय
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार(२० -०६-२०२०) को 'ख्वाहिशो को रास्ता दूँ' (चर्चा अंक-३७३८) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
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अनीता सैनी
बहुत अच्छी प्ररेक प्रस्तुति