प्रिय अनुज, युवा कवि चि. कृष्णकांत मिश्र के जन्मदिन(8 दिसंबर) पर विशेष
जन्मदिन आज कृष्ण कांत का हम मना रहें
नाचते गाते हुड़दंग करते मुस्करा रहे हैं,
जन्मदिन तो आता ही रहता है रहेगा ही यारों
भाई के जन्मदिन को हम सब खास बना रहे हैं।
शांंत सौम्य शालीनता की मूर्ति हो आप
अपने अंदर छिपाये गुणों से विशेष हो आप
तभी तो हम आपका जन्मदिन मना रहे हैं
हम सबके लिए ही बहुत खास हैं आप।
चले जब लेखनी तब चमकती आपकी प्रतिभा
जादू अपनी लेखनी की बिखरे शब्द मणिका,
क्या क्या कहें हम सब अनुज आप के लिए
थोड़े शांत, अंदर से नटखट, बनते बड़े भोले मनका।
हमारी बहुत शुभकामनाएं, बधाइयां समेट लो
जीवन में हर कदम पर गतिशील रहो आप
आशीष हमारा है, युगों युगों तक शब्दों की
अठखेलियां करते ही रहो यूं ही सदियों तक आप।
धरती से अम्बर तक चमके नाम कृष्ण कांत
और दूं भी तो क्या दूँ? सब कुछ तो आपके पास है
कुछ खास ऐसा शेष नहीं जो नहीं आपके पास है,
जन्मदिन पर बस इतना सा आशीष देता हूँ अनुज
हंसते मुस्कुराते खिलखिलाते सदा रहो प्रिय कृष्णकांत।
सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
८११५२८५९२१
प्रिय अनुज, युवा कवि चि. कृष्णकांत मिश्र के जन्मदिन(8 दिसंबर) पर विशेष-ss
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